How Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana can Save You Time, Stress, and Money.
स्कूलों के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम
रजिस्टर करें आइए एक घटना से समझते हैं कि मन के डर को कैसे दूर कर सकते हैं?
तो इसके लिए हमें अपने आपमें कुछ बदलाव करने होंगे. हमारे रहन सहन और दिनचर्या और आदतों पर पर ध्यान देना होगा और कुछ नए फैसले लेने होंगे.
स्कूलों के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम
क्योंकि वो खुश नहीं होता और उसकी अंदरूनी ख़ुशी गुम हो चुकी होती है. उसका दिल हमेशा उसे इस बात का अहसास करवाता रहता है की उसने बहुत गलत काम किये हैं.
याद रखो, हम दुनिया में आये भी अपनी मर्ज़ी से नहीं थे और खुद की मर्ज़ी से जायेंगे भी नहीं. जब ये सब कुछ हमारे हाथ में है ही नहीं तो इसके बारे में सोच सोचकर क्या डरना?
जैसे: यदि आपका डर कमिटमेंट को लेकर है, तो अपने साथी के साथ खुशी-खुशी रहते हुए अपनी कल्पना करें।
बच्चों को डर के बारे में खुलकर बात करने दें
एक click here वजह जुडी है भगवान् से और दूसरा कारण है वैज्ञानिक कारण. पहले जानते हैं भगवान् से जुड़ा हुआ कारण.
हममें से बहुतों के लिए नए करियर की शुरुआत करना, नए रिलेशनशिप या कड़ी मेहनत से कमाए पैसे खर्च करने में कुछ मात्रा में एंजायटी होती है। जहां हमें सोने में दिक्कतें आने लगती है, मन एकाग्र चित्त नहीं हो पाता है, बार-बार एक ही चीज हमारे मस्तिष्क में घूम रहा होता है इन सभी के होने का एक ही कारण है – “हमारे विचार”
डर को हटाने के लिए आत्मविश्वास का होना अत्यंत जरूरी है। आत्मविश्वास बढ़ाने के कुछ असरदार तरीके:
अधिकतर लोग जीवन में हार के डर से बहुत से काम नहीं कर पाते हैं। सबसे पहले आपको इस बात को समझना होगा कि हर बार होने वाली हार आपको नया एक्सपीरिएंस देकर जाती है। हार की बदौलत आप कुछ नया सीख पाते हैं। जो आगे बढ़ने में आपकी मदद करता है। हार और जीत सिक्के के वो दो पहलू है, जो आपकी लाइफ को बैंलेंस करते हैं।अगर आप हर बार जीतेंगे, तो जीत को स्वाद और हार का सबक दोनों से ही वंचित रह जाएंगे।
अन्य ओम जीवन ध्यान प्राणायाम मेडिटेशन योगा सूर्य नमस्कार
ये संकेत बताते हैं कि आप भी हैं जजमेंटल पर्सनेलिटी वाले, जानिए कैसे इस आदत को छोड़ना है